मौसम में बदलाव का प्रतीक, आभास कराए वैसाखी त्यौहार। मौसम में बदलाव का प्रतीक, आभास कराए वैसाखी त्यौहार।
जिंदगी को चलचित्र की भांति आंखो से गुजरते देखा, हर एक अंतराल में बस खुद को सिमटतेदेखा जिंदगी को चलचित्र की भांति आंखो से गुजरते देखा, हर एक अंतराल में बस खुद को स...
मरणा जीणा देखलो, इक दूजे के संग। मरणा जीणा देखलो, इक दूजे के संग।
साथ ना छोड़ना कभी चाहे कितनी भी पथरीली हो डगर। साथ ना छोड़ना कभी चाहे कितनी भी पथरीली हो डगर।
एक पेड़, अपने आप में जंगल हो सकता है जाने कितने पंछियों को घर गिलहरियों को कोटर एक पेड़, अपने आप में जंगल हो सकता है जाने कितने पंछियों को घर गिलहरियों...
मैं सुलभा, सुचेतना, प्रकृति मेरा अंदाज़ भी। ... मैं सुलभा, सुचेतना, प्रकृति मेरा अंदाज़ भी। ...